आत्मा को प्रेरित करने के लिए शब्दों का जादू होता है। जब वो शब्द हिंदी शायरी के रूप में आते हैं, तो मोहब्बत और जिद की भावनाओं को संवादित करने का दरिया बन जाते हैं। ये हैं हमारे "51 Motivational Shayari" ब्लॉग में, जो आपको आगे बढ़ने और सपनों को पूरा करने की साहस देगी। इस ब्लॉग के माध्यम से, हम आपको उत्साहित करेंगे और जीवन के हर कदम पर साथ चलेंगे।
लहरों को शांत देख कर ये न समझना की समंदर में रवानी नहीं है| जब भी उठेंगे तूफान बन के उठेंगे, अभी उठने की ठानी नहीं है|
कोई नामुमकिन सी बात मुमकिन करके दिखा, खुद पहचान लेगा जमाना तुझे तू भीड़ में भी अलग चल कर दिखा |
जरा कामयाब तो होने दो मुझे दोस्त फिर मेरे दिन भी बदल जाएंगे जो चार लोग मेरे पीछे बातें करते हैं वह भी मेरे पीछे चले आएंगे
खो चुके हैं उम्मीद अपने धुलने की भी,उन ख़ाली बर्तनों को भी भर के दिखाएगा । मौसम चाहे कितना भी खराब हो, अपनी मंजिल की उड़ान भर के दिखाएगा । मेरे हालात कहते हैं तू वापस मुड़ जा पर मेरा हौंसला कहता है तू कर के दिखाएगा ।
राह संघर्ष की जो चलता है, वो ही संसार को बदलता है, जिसने रातों से जंग जीती है, सूर्य बनकर वही निकलता है।
बेहतर से बेहतर की तलाश करो, मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो, टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से, तोड़ दे पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
किनारों के सुकून से हमे इंकार तो नहीं मगर, तूफानों में से कश्ती निकालने का मज़ा ही कुछ और है।
हथेली पर रखकर नसीब, तु क्यों अपना मुकद्दर ढूँढ़ता है, सीख उस समन्दर से, जो टकराने के लिए पत्थर ढूँढ़ता है|
न संघर्ष न तकलीफ तो क्या मज़ा है जीने में; बड़े-बड़े तूफ़ान थम जाते हैं जब आग लगी हो सीने में।
सब्र रखो अभी मेहनत जारी है, वक्त ख़ुद कहेगा अब तेरी बारी है!
ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है|
मंज़िल मिलेगी भटक कर ही सही, गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं।
ये बात अलग है तुम न बदलो मगर ज़माना बदल रहा है, गुलाब पत्थर पे खिल रहे हैं, चराग़ आंधी में जल रहा है|
तरककियों की दौड़ में उसी का ज़ोर चल गया, बना के अपना रास्ता जो भीड़ से निकल गया
अगर पानी है मंज़िल तो अपना रहनुमा खुद बनो, वो अक्सर भटक जाते हैं जिन्हें सहारा मिल जाता है।
खुद से जीतने की जिद है मुझे खुद को ही हराना है मैं भीड़ नहीं हूँ दुनिया की, मेरे अंदर एक जमाना है
बिना मेहनत के हासिल तख्तो ताज नहीं होते। ढूंढ ही लेते है अंधेरों में मंजिल अपनी, जुगनू कभी रोशनी के मोहताज नहीं होते।
परिंदों को मंज़िल मिलेगी, यक़ीनन ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं। अक्सर वो लोग खामोश रहते हैं, ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं।
जनाब घायल तो यहाँ हर परिंदा है, मगर जो फिर से उड़ सके वही ज़िंदा हैं।
हमेशा हौसला बनाओ ऊँची उड़ान का, फिजूल में मत देखो कद आसमान का।
बिजली सी तेज रफ़्तार बनना है याद रखना तुझे तलवार बनना है गुल बन खार बन दरिया बन या सहारा बन जो भी बनना है शानदार बनना है
मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में तू जरा हिम्मत तो कर ख्वाब बदलेंगे हकीकत में तू ज़रा कोशिश तो कर।
नज़र नज़र में उतरना कमाल होता है, नफ़स नफ़स में बिखरना कमाल होता है, बुलंदियों पे पहुँचना कोई कमाल नहीं, बुलंदियों पे ठहरना कमाल होता है|
सपने बड़े होते है जिनके उनको दिने के साथ रात भी जगानी पड़ती है किनारे पे नहीं मिलते खजाने गहराई में जाने के लिए डुबकी लगानी पड़ती है
जंग में जितके आने के लिए काफी हूँ में अकेला ही ज़माने के लिए काफी हूँ मेरे हकीकत को ख्वाब समझने वालो में तुम्हारी नींद उड़ाने के लिए काफी हूँ
सीढ़ियों की जरूररत उन्हें है जिन्हे छत तक जाना है हमारी मंजिल तो आसमान है हमे रास्ता खुद बनाना है
रूकावटें आती है सफलता की राहों में हर कोई है जानता, फिर भी वह पा लेता है मंजिल जो कभी हार नहीं मानता|
ख्वाब टूटे है मगर हौंसले अभी जिन्दा है, में वो शख्स हूँ जिसे देख के मुश्किलें भी शर्मिंदा है।
जीत के लिए जुनून चाहिए, आत्मविश्वास रगों में खूब चाहिए, ये आसमान भी आएगा जमी पर, बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए।
जीतूंगा मैं यह खुद से वादा करो, जितना सोचते हो कोशिश उससे ज्यादा करो, तकदीर भी रूठे पर हिम्मत न टूटे, मजबूत इतना अपना इरादा करो।
चलो नए सफर की तरफ, हर मुश्किल को पार करते चलो। अपने सपनों की ओर बढ़ते जाओ, खुद को सबूरी से आजमाते चलो।
डरते है लोग की मंजिल मिल नहीं पायेगी, पर समझते नहीं की खोनेके लिए रखा क्या है।
चलता रहूँगा पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊंगा। या तो मंजिल मिल जाएगी, या अच्छा मुसाफिर बन जाऊंगा।
माना की आज बिखरे हुए हैं, पर ज़िन्दगी से हारे नहीं है। आँच थोड़ी धीमी ज़रूर है , पर इरादों की मशाले अभी बुझी नहीं है।
संघर्ष में आदमी अकेला होता है, सफलता में सारा जग उसके साथ होता है। जिस-जिस पर ये जग हँसा है, उसीने इतिहास रचा है।
छोड़ कर सब सहारे खुद पर भरोसा कर लिया मैंने, दम तोड़ चुकी थी जो उम्मीद मुझमे, उसी को फिर से जिंदा कर लिया मैंने।
जीतूंगा मैं ये खुद से वादा करो, कोशिश हमेशा ज्यादा करो, किस्मत भी रूंठे पर हिम्मत ना टूटे, मजबूत इतना अपना इरादा करो।
ना थके है पैर कभी ना हिम्मत कभी हारी है, हौसला है कुछ कर दिखाने का जिंदगी में, इसलिए अभी भी मेहनत जारी है।
बुलंद हो हौसले तो मुठ्ठी में हर मक़ाम है, मुश्किलें और मुसीबते तो जिंदगी में आम हैं, जिंदा हो तो ताकत रखो तैरने की, क्योंकि लहरों के साथ बहना तो लांशों का काम है।
हाँ वो मंजर भी आएगा, प्यासे के पास एक दिन खुद समंदर आएगा, बस थक कर न बैठ ए मंजिल के मुसाफिर, मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आएगा।
इस "51 Motivational Shayari" ब्लॉग के माध्यम से हमने दिखाया कि शब्दों की ताक़त कितनी अद्वितीय होती है। इन शायरी के गीतों ने हमें हौसला दिलाया, सपनों के पीछे भागने के लिए प्रोत्साहित किया, और जीवन को एक नई दिशा दी। यह बताते हैं कि हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए और हमारी मेहनत, संघर्ष और संवाद मोहब्बत के सपनों को साकार कर सकते हैं। तो आइए, हम सभी मिलकर इस उत्सव जीवन के साथ चलें और मोटिवेशन के इस सफर में आगे बढ़ें।
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